नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) में पैदा हुए मतभेद के बीच कांग्रेस के सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे इस गठबंधन के घटक दलों को आपस में जोड़ने के लिए ‘फेविकोल’ का काम करेंगे।.
सूत्रों ने यह भी कहा कि इन राज्यों में चुनाव प्रचार थमने के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों के तालमेल और अन्य मुद्दों को लेकर बातचीत आरंभ होगी।.
बिहार की राजनीति में इन दिनों ‘इंडिया एलायंस’ (I.N.D.I.A Alliance) में शामिल मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) को लेकर बयानबाजी जोरों पर हो रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने पटना में आयोजित सीपीआई की रैली में कहा था कि कांग्रेस का इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं है. वो पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त है. इस पर बिहार कांग्रेस की ओर से सोमवार (06 नवंबर) को सीएम नीतीश कुमार को करारा जवाब मिल गया है.
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कांग्रेस को जिम्मेदार बताए जाने के बयान पर बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने पटना में पत्रकारों से चर्चा के दौरान नीतीश कुमार की ‘इच्छा’ बता दी. कहा, “नीतीश कुमार चाहते हैं कि कल-परसों में ही मोदी जी हट जाएं. ऐसा थोड़ी होता है.” उन्होंने कहा कि उसका समय है. अप्रैल में लोकसभा चुनाव होना है. अभी तो पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जिनमें कांग्रेस की स्थिति बहुत अच्छी है.
‘राज्य भी जरूरी, राज्य से ही बना भारत‘
अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ और राजस्थान में फिर से सरकार बनाने जा रही है. मध्य प्रदेश में कांग्रेस आगे है. तेलंगाना और मिजोरम में भी कांग्रेस की लड़ाई वहां की क्षेत्रीय पार्टी से है. कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य भी जरूरी है. राज्य से ही भारत बनता है. कांग्रेस अगर इन राज्यों में चुनाव जीतती है, इससे इंडिया गठबंधन और मजबूत होगा.
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उधर, नीतीश कुमार के बयान पर पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह का समर्थन मिला है. आनंद मोहन ने कहा है कि मुख्यमंत्री को नकार कर आगे का रास्ता तय नहीं हो सकता है. नीतीश कुमार ने जो गति दी थी विपक्षी एकता की मुहिम को, जो ताकत दी थी, जिस लगन और निष्ठा से लगातार मीटिंग की थी, देश का दौरा किया था वो थम सा गया है. ये जिम्मेदारी जो सबसे बड़ी पार्टी है विपक्ष की उसकी होती है.
बीजेपी के काउंटर प्लान पर क्या कहा?
शिवराज सिंह चौहान 18 साल से सीएम हैं? आपको काउंटर करने के लिए भी उन्होंने भी अपनी योजनाओं का रकम बढ़ा दिया है. इसके अलावा मध्य प्रदेश में बीजेपी ने अपने 10 सांसदों को भी उतारा है. क्या माना जाए कि वो भी ऑल आउट जा रहे हैं? इसके जवाब में कमलनाथ कहते हैं.
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“बीजेपी समझ गई थी कि मध्य प्रदेश में इनकी जमीन खिसक रही है. इसलिए अपने 10 सांसदों को भी मैदान में उतार दिया है. अगर जनता को दिख रहा है कि मध्य प्रदेश में क्या हालात हैं, तो मैं समझता हूं कि बीजेपी भी इस सच्चाई से वाकिफ होगी.