केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज से श्रीलंका की तीन दिनों की राजकीय यात्रा पर जा रही हैं। इस यात्रा के दौरान महत्वपूर्ण वार्ताएं और राजनयिक विचार-विमर्श होंगे। श्रीमती सीतारमण इस यात्रा के दौरान श्रीलंका में भारतीय मूल के तमिलों के आगमन के 200 वर्ष पूरे होने के अवसर पर श्रीलंका सरकार द्वारा आयोजित ‘नाम टू हंड्रेड’ सम्मेलन को संबोधित करेंगी। समारोह में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और प्रधानमंत्री दिनेश गुणावर्धने भी शामिल होंगे।
श्रीमती सीतारमण कोलंबो में ‘संपर्क विस्तार: समृद्धि के लिए साझेदारी’ विषय पर ‘भारत-श्रीलंका व्यापार सम्मेलन’ को भी संबोधित करेंगी। इस सम्मेलन में द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग और व्यापार बढ़ाने पर बातचीत हो सकती है। वित्तमंत्री श्रीलंका के नेताओं के साथ भी वार्ता करेंगी। जिसमें दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के कार्यनीतिक महत्व पर जोर दिया जायेगा।
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ऊर्जा क्षेत्र में सक्षमता के लिए वित्तमंत्री की उपस्थिति में श्रीलंका में धार्मिक स्थलों के सौर विद्युतीकरण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जायेंगे। इस ज्ञापन के तहत परियोजना के लिए भारत 82 करोड़ 40 लाख रुपए आवंटित करेगा।
श्रीमती सीतारमण अपनी यात्रा में श्री दलाडा मालीगावा, जया श्री महाबोधि, तिरूकोणेश्वरम मंदिर और कोंडास्वामी मंदिर सहित सांस्कृतिक एवं धार्मिक महत्व के प्रमुख स्थलों पर भी जाएंगी। वह त्रिंकोमाली और जाफना में भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं का उद्घाटन भी करेंगी। उल्लेखनीय है कि भारत ने गत वर्ष श्रीलंका के आर्थिक संकट के दौरान उसे चार अरब अमरीकी डॉलर की अभूतपूर्व मानवीय सहायता प्रदान की थी।
निर्मला सीतारमण कब से वित्त मंत्री हैं?
निर्मला सीतारमण की शैक्षणिक योग्यता क्या है?
उन्होंने 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज, तिरुचिरापल्ली में अर्थशास्त्र में आर्ट्स में बैचलर डिग्री हासिल की है. 1984 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से अर्थशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री और एम. फिल. किया है.
निर्मला सीतारमण भारत के कौन से मंत्री हैं?
निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रक्षा मंत्री का पद भी संभाल चुकी हैं, सितंबर 2017 से मई 2019 तक वो देश की रक्षा मंत्री के पद पर आसीन रही हैं. इसके बाद मई 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें वित्त मंत्री का पद मिला.